Doomsday Clock Meaning in Hindi: दुनिया की आखरी घड़ी क्या है? आज के इस लेख में हम जाने वाले हैं कि “डूम्सडे क्लॉक क्या है” और इसका आविष्कार क्यों किया गया है।
“Doomsday Clock” जिसे कयामत की घड़ी भी कहा जाता है। यह घड़ी हमें अविनाश के बारे में बताती है इसीलिए इसे विनाश की घड़ी भी कहा जाता है।
डूम्सडे घड़ी का आविष्कार मानव प्रजाति ने पृथ्वी की की हुई तबाही, परमाणु युद्ध और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक तबाही की संभावना का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व करती है।
यह घड़ी परमाणु वैज्ञानिकों ने बुलेटिन द्वारा बनाया गया था और 1947 से बनाए रखे हुए हैं। यह वैश्विक तबाही का प्रतिनिधित्व करने के लिए सबसे करीब मानी जाती है वर्तमान घटनाओं और सभ्यता के लिए उनके द्वारा उत्पन्न खतरे के आधार पर समय-समय पर यह घड़ी का टाइम निश्चित किया जाता है।
यह एक ऐसी घड़ी है जो पृथ्वी के विनाश के बारे में जानकारी देती है। इंसान ने जिस तरह से प्रगति की हुई है और पर्यावरण को जो नुकसान पहुंचा रहा है इसके आधार पर यह घड़ी हमें पृथ्वी कितनी भयानक स्थिति से गुजर रही है इसके बारे में जानकारी देती है।
असल में यह घड़ी समाज को सीख देती है कि हमें किस तरह से हमारी पृथ्वी का बचाव करना चाहिए। युद्ध और परमाणु हथियार जैसे विनाशकारी शस्त्र हमारी पृथ्वी को बर्बाद कर देंगे।
पृथ्वी पर अगर अमन चैन से रहना है तो हमें पर्यावरण का भी समतल रखना चाहिए।
आशा है दोस्तों की आपको डूम्सडे क्लॉक के बारे में जानकारी मिली होंगी। अगर इस आर्टिकल में कुछ छूट गया है तो हमने आप कमेंट करके बता सकते हैं।
डूम्सडे क्लॉक कहां पर है?
डूम्सडे क्लॉक अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में हाॅरीस स्कूल में स्थित है।
डूम्सडे क्लॉक किस का प्रतिनिधित्व करती है?
डूम्सडे क्लॉक यह पृथ्वी के विनाश के बारे में प्रतिनिधित्व करती है।