Good Governance Day in India 2022: Hindi (Theme, History, Significance)
Good Governance Day in India 2022: Hindi
Good Governance Day in India 2022: Hindi सुशासन दिवस 2022 (विषय, इतिहास, महत्व)
आज के इस लेख में हम सुशासन दिवस 2022 क्यों मनाया जाता है इसके बारे में जानकारी लेने वाले हैं
भारत में सुशासन दिवस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री. अटल बिहारी वाजपेई को सम्मानित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है. श्री. अटल बिहारी वाजपेई इनके जन्मदिन के रूप में यह दिन मनाया जाता है।
वर्ष 2014 से भारत में हर साल 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
सरकार में उत्तराधिकार के बारे में भारतीय लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को सम्मानित करने के लिए यह दिन बनाया गया है।
Good Governance Day 2022: Theme
सुशासन दिवस 2022 थीम
इस वर्ष के सुशासन दिवस 2000 की थीम ‘ई-गवर्नेंस के माध्यम से सुशासन’ लाना यह है।
Good Governance Day 2022: History
सुशासन दिवस 2022 इतिहास
23 दिसंबर 2014 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के प्राप्तकर्ता के रूप में घोषित किया गया। इस घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचित प्रशासन ने स्थापित किया कि पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती अब से भारत में सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी।
सुशासन दिवस वर्तमान सरकार को निष्पक्ष, पारदर्शी और विकासोन्मुख होने की याद दिलाता है।
Good Governance Day 2022: Significance
सुशासन दिवस 2022 का महत्व
सुशासन दिवस 2014 से हर साल भारत सरकार द्वारा मनाया जाता है। देश के नागरिकों का सरकार के प्रति उत्तरदायित्व सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है और विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ भी सुशासन दिवस के माध्यम से देश के नागरिकों को दिया जाता है। सुशासन दिवस की शुरुआत ई-गवर्नेंस से हुई है। भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और सुविधा आश्वासन पोर्टलों को जनता तक पहुंचाने के लिए लांच की गई है।
सुशासन दिवस कब मनाया जाता है?
हर साल 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रुप में मनाया जाता है।
सुशासन दिवस क्यों मनाया जाता है?
सुशासन दिवस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री. अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रुप में मनाया जाता है।